इस प्रतिवेदन पर 157 वकीलों द्वारा हस्ताक्षर किया गया है. इसमें कहा गया है, “न्यायमूर्ति सुधीर कुमार जैन को कार्यवाही से खुद को अलग कर लेना चाहिए था, क्योंकि उनके सगे भाई अनुराग जैन ईडी के वकील हैं
हितों के टकराव” का मुद्दा उठाते हुए 150 से अधिक वकीलों ने बृहस्पतिवार को भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को एक ज्ञापन भेजा. उन्होंने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुधीर कुमार जैन को धन शोधन के एक मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत दिए जाने के खिलाफ ईडी की अपील पर सुनवाई से खुद को अलग कर लेना चाहिए था, क्योंकि उनके भाई जांच एजेंसी के वकील हैं.
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि वकील अनुराग जैन कथित आबकारी नीति घोटाले से संबंधित धन शोधन के किसी भी मामले को नहीं देख रहे हैं.
इस प्रतिवेदन पर 157 वकीलों द्वारा हस्ताक्षर किया गया है. इसमें कहा गया है, “न्यायमूर्ति सुधीर कुमार जैन को कार्यवाही से खुद को अलग कर लेना चाहिए था, क्योंकि उनके सगे भाई अनुराग जैन ईडी के वकील हैं. हितों के इस स्पष्ट टकराव की कभी घोषणा नहीं की गई.”
वकीलों ने बृहस्पतिवार को यहां एक जिला न्यायाधीश के कथित आंतरिक पत्र पर चिंता व्यक्त की, जिसमें अधीनस्थ अदालतों के अवकाशकालीन न्यायाधीशों से अदालती अवकाश के दौरान लंबित मामलों में अंतिम आदेश पारित नहीं करने को कहा गया है. वकीलों ने इसे “अभूतपूर्व” बताया.